एसबीआइ में सहयोगी बैंकों के विलय के खिलाफ होगी हड़ताल

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कोयंबटूर (प्रेट्र)। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) में पांच सहयोगी बैंकों के विलय के विरोध में 12 जुलाई से दो दिन की हड़ताल होगी। स्टेट सेक्टर बैंक इंप्लॉईज एसोसिएशन (एसएसबीईए) ने इसका फैसला किया है।

एसएसबीईए के महासचिव केएस कृष्णा ने बताया कि विलय के फैसले के विरोध में सहयोगी बैंकों के करीब 45 हजार कर्मचारी 12 और 13 जुलाई को हड़ताल करेंगे। इन सहयोगी बैंकों की 67 हजार शाखाओं के साथ 9000 एटीएम बंद रहेंगे। विलय से ग्राहकों और कारोबार पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका है।

मार्च 2016 तक इन बैंकों का कुल कारोबार 9,00,000 करोड़ रुपये था। जबकि ऑपरेटिंग प्रॉफिट 10,500 करोड़ रुपये था। एसबीआइ को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बड़ा बैंक बनाना इस विलय का मकसद है। इससे कॉरपोरेट और बड़ी कंपनियों को लाभ होगा। एसबीआइ के पांच सहयोगी बैंक हैं। इनमें स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर शामिल हैं।

केंद्रीय मंत्रिमंडल एसबीआइ में सहयोगी बैंकों के विलय के प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दे चुका है। इस विलय में पांच सहयोगी बैंकों के अलावा भारतीय महिला बैंक भी शामिल है। एसबीआइ के एमडी बी श्रीराम ने कहा कि काफी हद तक सहयोगी बैंकों की कॉरपोरेट शाखाओं को मूल बैंक में समेट दिया जाएगा। रिटेल ब्रांचों की बजाय इन्हें मिलाने के काम को उन्होंने आसान बताया है।

आरआइएल, एसबीआइ का करारविविध कारोबारी समूह रिलायंस इंडस्ट्रीज और एसबीआइ ने पेमेंट बैंक स्थापित करने के लिए एक करार पर हस्ताक्षर किए हैं। ऐसे बैंक शुरू करने के लिए रिजर्व बैंक ने बीते साल अगस्त में 11 संस्थानों को लाइसेंस दिए थे। आरआइएल-एसबीआइ गठबंधन भी इसमें शामिल था।

एसबीआइ, फ्लिपकार्ट ने मिलाया हाथमासिक किस्तों यानी ईएमआइ पर कंज्यूमर ड्यूरेबल्स की खरीद की पेशकश के लिए एसबीआइ ने ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट से हाथ मिलाया है। खरीद पर 14 फीसद का पर्सनल लोन इंटरेस्ट लागू होगा।

एसबीआइ की मुखिया अरुंधती भट्टाचार्य ने इसे दोनों के लिए फायदेमंद बताया।फेसबुक, ट्विटर पर बैंकिंग सेवाएंफेसबुक और ट्विटर की लोकप्रियता का लाभ उठाते हुए भारतीय स्टेट बैंक ने 'एसबीआइ मिंगल' सेवा शुरू की है। इसके तहत बैंक के ग्राहक इन प्लेटफॉर्मो के जरिये विभिन्न बैंकिंग सेवाओं का फायदा उठा सकेंगे। भट्टाचार्य ने इस नई पहल की लांचिंग की।

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