हवाई में प्रशांत सैन्य अभ्यास आरआईपीएमएसी (RIMPAC)2016 शुरु हो गया. इस अभ्यास में 26 देश भाग ले रहे हैं. अभ्यास में युद्ध संबंधी खेल हैं जो हवाई और दक्षिणी कैलिफोर्निया को कवर करेंगे.
RIMPAC 2016का थीम है–सक्षम, अनुकूल, भागीदार. वर्ष 1971 में शुरु होने के बाद RIMPAC2016 अपनी श्रृंखला का 25वां अभ्यास है.
RIMPAC 2016 की विशेषताएं
• 30 जून से 4 अगस्त 2016 तक चलने वाले प्रशांत के द्विवार्षिक रिम (RIMPAC)अभ्यास में 26 राष्ट्र, 45 जहाज, 5 पनडुब्बियां, 200 से अधिक विमान एवं 25000 सैनिक हिस्सा लेंगे.
• इस वर्ष के अभ्यास में ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई, कनाडा, चिली, कोलंबिया, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मलेशिया, मैक्सिको, नीदरलैंड्स, न्यूजीलैंड, नॉर्वे, चीन, पेरु, कोरिया, फिलिपिन्स, सिंगापुर, थाइलैंड, टोंगा, यूनाइटेड किंग्डम और अमेरिका की सेना शामिल होगी.
• अमेरिकी प्रशांत बेड़े की मेजबानी में RIMPAC 2016 का नेतृत्व अमेरिका के उप एडमिरल नोरा टायसन, अमेरिका के तीसरे बेडे (C3F)के कमांडर करेंगे जो संयुक्त टास्क फोर्स (सीटीएफ) कमांडर के तौर पर सेवाएं देंगे.
• रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना रियर एडमिरल स्कॉट बिशप सीटीएफ के उप कमांडर और जापान मेरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स रियर एडमिरल कोजी मानाबे उप कमांडर के तौर पर काम करेंगे.
• बहुराष्ट्रीय बल के अन्य प्रमुख नेतृत्वकर्ताओं में रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी के कमांडर मैलकम वाइज भी होंगे जो समुद्री घटक की कमान संभालेंगे.
• रॉयल कैनेडियन एयर फोर्स के ब्रिगेडियर जनरल ब्लेज फ्रॉवेल वायु सेना की कमान संभालेंगे. 
• उभयचर टास्क फोर्स का नेतृत्व रॉयल न्यूजीलैंड नेवी के कमांडर जेम्स गिलमोर करेंगे.
• 2016 में डेनमार्क, जर्मनी और इटली, ये तीन देश पहली बार RIMPAC में अभ्यास करेंगे.
• भाग लेने वाले राष्ट्र और सेना क्षमताओं की व्यापक रेंज का अभ्यास करेंगे. इसमें आपदा राहत से समुद्री सुरक्षा अभियान और समुद्र नियंत्रण एवं जटिल युद्ध शामिल है.
• प्रासंगिक प्रशिक्षण कार्यक्रम में उभयचर अभियान, तोपखाना, मिसाइल, पनडुब्बी रोधी, और हवाई रक्षा अभ्यास के साथ–साथ काउंटर– पायरेसी, खदान निकासी अभियान और बचाव कार्य भी शामिल है.
• दुर्भाग्यवश अप्रत्याशित निर्धारित प्रतिबद्धताओं के कारण इस बार ब्राजील इस अभ्यास का हिस्सा नहीं बन रहा है.
• भारतीय नौ सेना का जहाज सतपुड़ा, स्वदेश निर्मित निर्देशित गुप्त मिसाइल युद्धपोत इस अभ्यास में हिस्सा लेंगे .
रिम ऑफ द पेसेफिक (RIMPAC) अभ्यास में भारत की भागीदारी
• दुनिया का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय समुद्री अभ्यास RIMPAC,एक अनूठा प्रशिक्षण अवसर प्रदान करता है जो प्रतिभागियों को सहयोगी संबंध को मजबूत बनाने में मदद करता है. ये समुद्री सीमाओं और विश्व के समुद्रों में सुरक्षा को सुनिश्चित करने की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है.
• RIMPAC अभ्यास पश्चिमी प्रशांत महासागर में दो वर्षों में एक बार आयोजित किया जाता है और भारतीय नौसेना 2006, 2010 और 2012 में बतौर पर्यवेक्षक इसमें शामिल हुई थी.
• वर्ष 2014 में भारतीय नौसेना की भागीदारी बढ़ी और उसने अभ्यास के 24वें संस्करण में सहयाद्रि को अभ्यास में शामिल.